• Wed. Oct 16th, 2024

Anant Clinic

स्वस्थ रहें, मस्त रहें ।

योगेन्द्र रस के फायदे नुकसान | गुण उपयोग और सेवन विधि | Yogendra Ras Benefits and Side Effects in Hindi

Byanantclinic0004

May 11, 2022
योगेन्द्र रस के फायदे नुकसान, गुण उपयोग और सेवन विधि | Yogendra Ras Benefits and Side Effects in Hindi | Yogendra Ras Side Effects in Hindi | Yogendra Ras Benefits in Hindi | Yogendra Ras uses in Hindi | Yogendra Ras Price in india | Baidynath Yogendra Ras Price | योगेन्द्र रस के फायदे नुकसान और सेवन विधि | योगेन्द्र रस के गुण, उपयोग और सेवन विधि | योगेन्द्र रस की सेवन विधि | योगेन्द्र रस को कैसे प्रयोग करें | योगेंद्र रस से रोगों का उपचार | योगेन्द्र रस के फायदे | योगेन्द्र रस की सेवन विधि | योगेन्द्र रस के नुकसान | योगेन्द्र रस की कीमत | योगेन्द्र रस के लाभ और हानि | बैद्यनाथ योगेन्द्र रस के लाभ | बैद्यनाथ योगेन्द्र रस की कीमत | बैद्यनाथ योगेन्द्र रस के फायदे | Health Benefits of Yogendra Ras | Side Effects of Yogendra Ras | Yogendra Ras | योगेन्द्र रस



परिचय

योगेन्द्र रस पूर्णतया सुरक्षित और आयुर्वेदिक रसायन औषधि है। स्वर्ण भस्म या वर्क, कान्त लोह भस्म, अभ्रक भस्म, मोती भस्म और बंग भस्म आदि उत्तम धातुओं के योग से बना हुआ यह रसायन हृदय रोग, प्रमेह, शूल, अम्लपित्त और राज्यक्षमा के लिए बहुत गुणकारी औषधि है। यह बल, वीर्य, स्मृति वर्धक तथा अनेक रोगनाशक अर्थात अनेकों बिमारियों का नाश करने वाली बहुत ही चमत्कारी दवा है। बिमारी के बाद की कमजोरी और साधारण कमजोरी को दूर कर बल बढ़ाने के लिए इसका उपयोग अधिकतर किया जाता है इसलिए आज हम योगेन्द्र रस के फायदे नुकसान, गुण उपयोग और सेवन विधि ( Yogendra Ras Benefits and Side Effects in Hindi ) के बारे में जानेंगे। 

तो आइये जानते हैं – योगेन्द्र रस के फायदे नुकसान, गुण उपयोग और सेवन विधि ( Yogendra Ras Benefits and Side Effects in Hindi ) के बारे में।

योगेन्द्र रस के मुख्य घटक | Yogendra Ras’s main ingredients

रस सिंदूर 2 तोला, स्वर्ण भस्म या वर्क, कान्त लोह भस्म, अभ्रक भस्म, मोती भस्म और बंग भस्म प्रत्येक एक – एक तोला लेकर सबको एक दिन घृतकुमारी के रस में घोंटकर गोला बना लें, फिर एरण्ड के पत्तों में लपेट, डौरी से बांधकर, धान के ढेर में 3 दिन तक दबाकर छोड़ दें। उसके बाद निकाल कर एक एक रत्ती की गोलियां बनाकर और सुखाकर सुरक्षित रख लें।



योगेन्द्र रस के फायदे नुकसान, गुण उपयोग और सेवन विधि | Yogendra Ras Benefits and Side Effects in Hindi

1- यह उन्माद, मूर्छा, हिस्टीरिया, वातज – पित्तज रोग, गृध्रसी, पक्षाघात, अर्दित, मन्यास्तम्भ, हनुग्रह, शरीर की समस्त इंद्रियों की दुर्बलता आदि को दूर करने के लिए योगेंद्र रस बड़ी अच्छी दवा है।

2- स्वर्ण भस्म या वर्क, कान्त लोह भस्म, अभ्रक भस्म, मोती भस्म और बंग भस्म आदि उत्तम धातुओं के योग से बना हुआ यह रसायन हृदय रोग, प्रमेह, शूल, अम्लपित्त और राज्यक्षमा के लिए बहुत गुणकारी औषधि है।
3- यह बल, वीर्य, स्मृति वर्धक तथा अनेक रोगनाशक अर्थात अनेकों बिमारियों का नाश करने वाली बहुत ही चमत्कारी दवा है।
4- बिमारी के बाद की कमजोरी और साधारण कमजोरी को दूर कर बल बढ़ाने के लिए इस रसायन का उपयोग अधिकतर किया जाता है।
5- इस रसायन का प्रभाव वातवाहिनी नाड़ियों, मन, मस्तिष्क और रक्तवाहिनी नाड़ियों पर विशेष रूप से होता है।
यह प्रकुपित वात को शांत करता है तथा मूत्रपिंड पर भी इसका बहुत अच्छा प्रभाव होता है।


6- पित्त-प्रकोप जन्य दाह, बेचैनी, अनिद्रा आदि को भी यह दूर कर बहुत अच्छी नींद लाने का काम करता है।
7- हृदय के रोगों में भी इसके प्रयोग से बहुत सफलता मिलती है। यह रस-रक्त आदि धातुओं को पुष्ट कर शरीर को बलवान बनाता है।
8- वीर्य दोष, स्वप्नदोष, वीर्य का पतलापन, शीघ्रपतन आदि पुरुष प्रधान दोषों को दूर करने तथा पाचकपित्त को उत्तेजित कर पाचन क्रिया को सुधारने के लिए भी योगेंद्र रस का प्रयोग बहुत ही उपयोगी माना जाता है।
9- वात-पित्त प्रधान पक्षाघात ( लकवा ) रोग के लिए यह सर्वोत्तम दवा है। यह रोग वातवाहिनी और रक्त वाहिनी शिराओं के विकृति से होता है। इस रोग की प्रकोप अवस्था में इस रसायन का प्रयोग नहीं करना चाहिए। रोग पुराना हो जाए या मध्यमावस्था में रहे तो इस रसायन के उपयोग से बहुत शीघ्र ही फायदा होता है।
10- सभी प्रकार के प्रमेह का उपचार न करने पर पुराने होकर मधुमेह के रूप में परिणत हो जाते हैं। मधुमेह पुराना हो जाने पर धातुओं की निर्बलता होकर वायु का प्रकोप, गृध्रसी, पक्षाघात, दण्डापतानक, अपतानक, अन्तरायाम, वाहिरायाम आदि कई कठिन वात रोग हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में योगेंद्र रस को 3-4 महीने तक लगातार सेवन करने से आश्चर्य जनक रूप से फायदा होता है।
योगेन्द्र रस के फायदे नुकसान, गुण उपयोग और सेवन विधि | Yogendra Ras Benefits and Side Effects in Hindi | Yogendra Ras Side Effects in Hindi | Yogendra Ras Benefits in Hindi | Yogendra Ras uses in Hindi | Yogendra Ras Price in india | Baidynath Yogendra Ras Price | योगेन्द्र रस के फायदे नुकसान और सेवन विधि | योगेन्द्र रस के गुण, उपयोग और सेवन विधि | योगेन्द्र रस की सेवन विधि | योगेन्द्र रस को कैसे प्रयोग करें | योगेंद्र रस से रोगों का उपचार | योगेन्द्र रस के फायदे | योगेन्द्र रस की सेवन विधि | योगेन्द्र रस के नुकसान | योगेन्द्र रस की कीमत | योगेन्द्र रस के लाभ और हानि | बैद्यनाथ योगेन्द्र रस के लाभ | बैद्यनाथ योगेन्द्र रस की कीमत | बैद्यनाथ योगेन्द्र रस के फायदे | Health Benefits of Yogendra Ras | Side Effects of Yogendra Ras | Yogendra Ras | योगेन्द्र रस
Yogendra Ras Benefits in Hindi

योगेन्द्र रस की मात्रा, अनुपान और सेवन विधि | Dosage and intake method of Yogendra Ras

  • एक – एक गोली सुबह-शाम मधु और अदरक रस के साथ अथवा रोगानुसार अनुपान के साथ दें।
  • पित्त विकार होने पर त्रिफला जल और मिश्री के साथ देने से अच्छा लाभ होता है।
  • हिस्टीरिया में मिश्री मिले जटामांसी के क्वाथ के साथ दें।
  • हृदय रोग में अर्जुन की छाल के साथ इसका सेवन करने पर अपूर्व लाभ होता है।
  • ताकत के लिए मक्खन, मलाई या दूध के साथ लेने से बहुत अच्छा लाभ होता है।
  • वात रोगों में रसोन घृत और मिश्री में मिलाकर देने या एरण्ड मूल रस और मधु के साथ देने से यह रामबाण औषधि का काम करता है।

योगेन्द्र रस के नुकसान | Yogendra Ras Side Effects in Hindi

यह पूर्णतया सुरक्षित और आयुर्वेदिक औषधि है। आयुर्वेद सार संग्रह नामक पुस्तक में भी इससे होने वाले किसी भी प्रकार के नुकसान का वर्णन नहीं मिलता। इसे आप बिना डॉक्टर की पर्ची के बाजार से ऑनलाइन या ऑफलाइन बड़ी आसानी से खरीद सकते हैं।

यह भी पढ़ें- दिमागी कमजोरी तथा यौन कमजोरी में अकीक भस्म के फायदे गुण और उपयोग।

नोट –

योगेन्द्र रस का प्रयोग कृपया अपने नजदीकी आयुर्वेदिक चिकित्सक के परामर्श से ही करें या हमारे आयुर्वेदिक चिकित्सक से संपर्क करें।


योगेन्द्र रस की कीमत –

योगेन्द्र रस की 10 टैबलेट की डिब्बी की कीमत 1460 रु है। इसे आप बिना डॉक्टर की पर्ची के बाजार से ऑनलाइन या ऑफलाइन बड़ी आसानी से खरीद सकते हैं।

विशेष नोट –

अगर आप भी हृदय रोग, शूल, अम्लपित्त, बल बढ़ाने, वीर्य दोष, स्वप्नदोष, वीर्य का पतलापन, शीघ्रपतन आदि पुरुष प्रधान दोष व  पाचन क्रिया की गड़बड़ी से परेशान हैं तो आज ही हमारे आयुर्वेदिक चिकित्सक से संपर्क करें।  हमारा पता है – अनंत क्लीनिक – मैन झज्जर रोड़, निकट स्वास्तिक हॉस्पिटल, बहादुरगढ़, हरियाणा
अनंत क्लीनिक के प्रसिद्ध यौन रोग चिकित्सक को यौन रोगों का इलाज करने में महारत हासिल है अब तक यहां से अनेकों रोगी अपना इलाज करवा कर सुखी जीवन का आनंद ले रहे हैं, अगर आप भी ऊपर लिखी किसी बिमारी से परेशान हैं तो आज ही संपर्क करें।

संदर्भ:- आयुर्वेद-सारसंग्रह श्री बैद्यनाथ भवन लि. पृ. सं. 438



(Visited 3,053 times, 1 visits today)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *