महारास्नादि क्वाथ पूर्णतया आयुर्वेदिक औषधि है। इसके सेवन से हाथों पैरों में कंपन होना, सुन्न होना, घुटनों में दर्द आदि में आश्चर्यजनक रूप से फायदा होता है। इसके अलावा भी इसके बहुत सारे फायदे हैं। आज इस ब्लॉग में हम उन्हीं के बारे में विस्तार से जानेंगे।
तो चलिए जानते हैं – महारास्नादि क्वाथ ( प्रवाही ) के फायदे नुकसान और सेवन विधि | maharasnadi kwath benefits in hindi के बारे में।
महारास्नादी क्वाथ ( प्रवाही ) के मुख्य घटक –
रास्ना पत्ति 5 सेर 5 छटांक 1 तोला 8 माशे, धामासा, वलामूल, अरण्ड मूल, देवदारू, कचूर, बच, वाँसा, सोंठ, हरड़, नागरमोथा, पुनर्नवा मूल, गिलोय, विधारा, सौंफ, गोखरू, असगंध, अतीस, अमलतास का गूदा, शतावर, पीपल, पियावांसा, धनिया, छोटी कटेरी, बड़ी कटेरी – यह प्रत्येक 1 तोला 3 मासे लेकर जौकुट चूर्ण करके 64 सेर जल में पकावें 16 सेर जल शेष रहने पर उतारकर छान लें। इसके बाद गुड़ 6 सेर, धाय के फूल 1 छटांँक मिलाकर आसवरिष्ट संधान – विधि के अनुसार 1 मास तक संधान करें। एक महीने के पश्चात निकलकर छान लें और सुरक्षित रख लें।
(शार्ड़ग्धर संहिता का योग आस्वरिष्ठ विधि से निर्मित)
maharasnadi kwath benefits in hindi |
महारास्नादि क्वाथ ( प्रवाही ) के फायदे नुकसान और सेवन विधि | maharasnadi kwath benefits in hindi
1 – महारास्नादि क्वाथ को किसी औषधि के साथ अनुपान रूप में या अकेले ही रोग के अनुसार में उचित मात्रा में पथ्यपूर्वक सेवन करने से सभी तरह के वात रोग दूर होते हैं।
2 – इस क्वाथ के सेवन से पक्षाघात यानी लकवे की बीमारी में भी अच्छा लाभ होता है।
3 – इसके सेवन से शरीर में अम्लता बढने के कारण होने वाले कठिन से कठिन आमवात रोग भी ठीक होते हैं।
4 – इस क्वाथ के सेवन से कम्पवात यानी हाथों पैरों में कम्पन होना में भी अच्छा लाभ होता है।
5 – महारास्नादी क्वाथ के सेवन से पुरुषों के शुक्र दोष, बन्ध्यत्व दोष और स्त्रियों के योनि रोगों में भी बहुत अच्छा लाभ होता है।
6 – यह क्वाथ मेदवृद्धि विशेषता स्त्रियों की मेदवृद्धि अर्थात शरीर की फालतू चर्बी को नष्ट करने का भी काम करता है।
7 – इस सबके अलावा इस क्वाथ के सेवन से अपबाहुक, गृध्रसी, श्लीपद (फीलपाँव) रोग, अपतानक, अन्तरवृद्धि, आध्मान, जंघागत, और जानुगत वात, अर्दित रोग आदि विकार शीघ्र और पूरी तरह से नष्ट हो जाते हैं।
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महारास्नादी क्वाथ ( प्रवाही ) मात्रा और सेवन विधि –
एक से 2 तोला तक इस क्वाथ को समान भाग जल मिलाकर सुबह-शाम भोजन के बाद पीपल चूर्ण 2 मासा या महायोगराज गूगल या योगराज गूगल या अजमोदादि चूर्ण के साथ प्रयोग करने से आश्चर्यजनक रूप से फायदा होता है।
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महारास्नादी क्वाथ ( प्रवाही ) के नुकसान
वैसे तो यह पूर्णतया सुरक्षित एक आयुर्वेदिक दवाई है और आयुर्वेद सार संग्रह में भी इससे होने वाले किसी भी प्रकार के नुकसान का वर्णन नहीं मिलता। फिर भी अपनी प्रकृति की जांच के अनुसार अपने चिकित्सक से परामर्श के बाद ही इसका सेवन करें।
महारास्नादी क्वाथ ( प्रवाही ) की कीमत
यह पूर्णतया आयुर्वेदिक औषधि है इसे आप बिना डॉक्टर की पर्ची के बाजार से ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों से इसे बड़ी आसानी से खरीदा जा सकता है।
ऊंझा कंपनी की महारास्नादि क्वाथ की बोतल ₹169 की है।
नोट – अगर आप भी हाथों पैरों में कंपन होना, जकड़न होना, हाथों पैरों का सुन होना, जोड़ों के दर्द व लकवे से परेशान हैं और बहुत जगह से इलाज करा कर थक चुके हैं तो हमारे क्लीनिक पर आएं।
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संदर्भ: – आयुर्वेद-सारसंग्रह प्रकाशन श्री बैद्यनाथ भवन लि। पृ। सं। 823
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