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ब्राह्मी वटी ( बुद्धिवर्धक ) | याददाश्त बढ़ाने की रामबाण औषधि | Brahmi Vati Benefit

Byanantclinic0004

Sep 20, 2020
ब्राह्मी वटी ( बुद्धिवर्धक ) | ब्राह्मी वटी के फायदे और नुकसान | ब्राह्मी वटी के नुकसान | ब्राह्मी वटी के फायदे | ब्राह्मी वटी की कीमत | बैद्यनाथ ब्राह्मी वटी के फायदे नुकसान और सेवन विधि | याददाश्त बढ़ाने की रामबाण औषधि | Brahmi Vati Benefits in Hindi | Brahmi Vati side effects in Hindi | Brahmi Vati uses in Hindi |Brahmi Vati Gold Benefits in Hindi | Brahmi Vati Uses and Benefits in Hindi | ब्राह्मी वटी क्या काम करती है? | ब्राह्मी का सेवन कब करना चाहिए? | ब्राह्मी की तासीर क्या है? | ब्राह्मी में क्या पाया जाता है? | हिमालय ब्राह्मी वटी के फायदे | ब्राह्मी वटी स्वर्ण युक्त price | ब्राह्मी वटी सेवन विधि पतंजलि ब्राह्मी वटी के फायदे | ब्राह्मी वटी स्वर्ण युक्त के फायदे और नुकसान | बैद्यनाथ ब्राह्मी वटी प्राइस इन इंडिया | डाबर ब्राह्मी वटी टैबलेट



ब्राह्मी वटी क्या है ?

ब्राह्मी वटी तनाव से मुक्ति दिलाने में मदद करती है, सांसो की बीमारी व विष के प्रभाव को ठीक करती है। यह रोग प्रतिरक्षा प्रणाली इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है। साथ ही साथ हमारे मस्तिष्क को मजबूत कर हमारी स्मरण शक्ति को भी बढ़ाती है। यह पूर्णतया आयुर्वेदिक औषधि है ब्राह्मी वटी की तासीर की बात करें तो यह शीतल होती है और शरीर को ठंडक पहुंचाने का काम करती है।

ब्राह्मी वटी के मुख्य घटक

छाया में सुखाई हुई ब्राह्मी 2 भाग, शंखपुष्पी की पत्ती ( छाया में सुखाई हुई ) 2 भाग, बच 1 भाग, काली मिर्च आधा भाग, गावजवाँ 2 भाग, स्वर्ण माक्षिक भस्म 1 भाग, रस सिंदूर 1 भाग लेकर, सबसे पहले रस सिंदूर को खरल में डालकर सूक्ष्म चूर्ण बना लें, तत्पश्चात अन्य चूर्ण करने योग्य द्रव्यों का सूक्ष्म चूर्ण करके, कपड़छन करके मिला लें, और जटामांसी के क्वाथ की एक भावना देकर मर्दन करें। गोली बनाने योग्य होने पर 3 – 3 रत्ती की गोलियां बनाकर रख लें।

— सि. भै. म. मा. के सरस्वती बटी के योग से किंचित् परिवर्तित।


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ब्राह्मी वटी ( बुद्धिवर्धक ) | याददाश्त बढ़ाने की रामबाण औषधि | Brahmi Vati Benefits in Hindi

1- ब्राह्मी वटी का प्रयोग करने से मस्तिष्क की दुर्बलता संबंधित समस्त प्रकार के विकार शीघ्र नष्ट हो जाते हैं।

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2 – याददाश्त ( स्मरण शक्ति) तथा बुद्धि को बढ़ाने में यह एक रामबाण औषधि का काम करती है।

3 – यह वात नाड़ियों एवं चेतना केंद्र को बल प्रदान कर मन और दिमाग को एकाग्रचित्त करने का काम करती है।

4 – विद्यार्थी, अध्यापक, ऑफिसर, न्यायधीश, वकील आदि जिनको भी मस्तिष्क संबंधी काम अधिक करने पड़ते हैं, उनके लिए इस बटी का प्रयोग अत्यंत गुणकारी है।

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Brahmi Vati Benefits in Hindi



5 – ब्राह्मी वटी बुद्धिवर्धक होने के साथ-साथ अनिद्रा, हिस्टीरिया, मूर्छा आदि रोगों में भी श्रेष्ठ लाभ करती है।

6 – ब्राह्मी वटी के सेवन के साथ साथ सुबह शाम ब्राह्मी घृत 3 से 6 माशे तक दूध में मिलाकर पीना और भोजन के बाद दोनों समय सारस्वतारिष्ट का सेवन करना विशेष लाभदायक है।

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ब्राह्मी वटी की मात्रा और सेवन विधि –

1 से 2 गोली व छोटी आयु वालों को 1/2 से 1 गोली सुबह-शाम गुलकंद 3 मासा या बीज रहित मुनक्का को पीसकर एक माशे के साथ लेकर ऊपर से दूध पिलाएं।

या रोगानुसार मधु, मक्खन, आंवले का मुरब्बा, ब्राह्मी शर्बत आदि अनुपान से देना लाभकारी होता है।

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ब्राह्मी वटी के नुकसान

ब्राह्मी वटी से होने वाले किसी भी प्रकार के नुकसान का वर्णन आयुर्वेद सार संग्रह में नहीं मिलता अतः हम कह सकते हैं कि यह पूर्णतया आयुर्वेदिक औषधि है।

ब्राह्मी वटी की कीमत

  1. यह बिना डॉक्टर की पर्ची के मिलने वाली पूर्णतया आयुर्वेदिक और सुरक्षित दवा है। आप इसे बाजार से बड़ी आसानी से ऑनलाइन और ऑफलाइन खरीद सकते हैं।
  2. बैद्यनाथ ब्राह्मी वटी की 20 टेबलेट की कीमत ₹59 है।
  3. ब्राह्मी वटी स्वर्ण युक्त धूतपापेश्वर कंपनी की 10 टेबलेट की कीमत ₹493 है।

विशेष नोट –  कृपया ब्राह्मी वटी का सेवन चिकित्सीय देखरेख में ही करें।



संदर्भ:- आयुर्वेद-सारसंग्रह. श्री बैद्यनाथ भवन लि. पृ. सं. 526

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